Jashpur
*मनोरा में रही विजय दशमी की धूम, जय श्रीराम के जयकारे से गूंजा वनांचल, रावण दहन में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ और मैदान में रंगारंग आतिशबाजी की गई…..*
Published
3 years agoon
मनोरा/जशपुर। मनोरा विकास खंड में हर साल की भलीभांति से इस साल भी हर्षोल्लास से विजयादशमी की त्यौहार मनाया गया। यह त्यौहार हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। इस त्यौहार को अश्विन क्वार मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को आयोजन किया जाता है। भगवान राम ने इसी दिन लंकापति रावण का वध किया था। इस लिए हर साल असत्य पर सत्य की विजय के रूप में इस त्यौहार को मनाया जाता हैं।
विजयादशमी को शांति पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था। वही रावण दहन के मैदान में पुलिस बल पूरी तरह तैनात किया गया था। साथ ही लगातार पुलिसकर्मी गस्त भी कर रही थी। चौकी प्रभारी रामनाथ सिंह ने बताया कि रावण दहन में कोई परेशानी नही हुआ और रावण दहन शांति पूर्ण से सम्पन्न हुआ।
वही रावण दहन में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ और मैदान में रंगारंग आसमान में आतिशबाजी की गई जो दर्शकों के विशेष आकर्षण का केंद्र रही। जिसके बाद में स्कूली बच्चों ने श्रीराम व लक्षमण का रूप धारण किया।
प्रभु राम ने रावण की नाभी में तीर मारकर उसका अंत किया। रावण का अंत होते ही पूरे मैदान में श्रद्धालुओं ने प्रभु राम के जयकारे लगाए। इस दौरान स्कूल मैदान में रावण का 12 फिट और मेघनाथ और कुंभकर्ण का पुतला दहन किया गया। दहन के पश्चात माँ दुर्गा पूजा के साथ ही शारदीय नवरात्र का समापन हो गया है. नौ दिनों तक भक्तों ने मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना बड़े ही विधि-विधान से की थी। आज जिले भर में जगह-जगह पर पूजा-हवन के बाद मां दुर्गा के मूर्ति विसर्जन का आयोजन किया गया। इस दौरान मूर्ति विसर्जन से पहले महिलाओं ने मां दुर्गा का श्रृंगार कर उनकी विदाई की तैयारी की। मनोरा में दो जगहों पर मां दुर्गा का पंडाल का आयोजन किया गया था. मां दुर्गा की विदाई की दौरान भक्तों के आंसू छलक आए और लोगों ने मां दुर्गा को क्षमा याचना के साथ भावभीनी विदाई दी. इस दौरान सुहागिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित कर अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना की।