Jashpur
*Watch video सरोकार:- एक गरीब के सपनों को रौंद कर सैकड़ों किसानों को करोड़पति बनने दिखाया सपना, 65 लाख की परियोजना में बना भवन और महज 6 माह में ही भवन के साथ किसानों के सपनों पर भी लटका दिया ताला, जशपुर प्रशासन की बड़ी महत्वकांक्षी योजना हुई फेल, अब किसानों ने दी है बड़े आंदोलन की चेतावनी…….पढ़ें पूरी खबर.*
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3 years agoon
सन्ना/जशपुर।(राकेश गुप्ता):-
हम आज आपको बताने जा रहे हैं किसान हितैसी सरकार के कार्य। जहां किस तरह से किसानों के हित की रक्षा होती है और किसानों को बर्बाद किया जाता है। शासन प्रशासन ने एक तरफ किसानों को करोड़पति बनने का सपना तो दिखाती परन्तु उस पर पानी भी किस तरह से फेर दिया जाता है। जरा ये समझिये आप। छत्तीसगढ़ प्रदेश के जशपुर जिला अंतर्गत नवीन तहसील सन्ना क्षेत्र के किसान इन दिनों शासन प्रशासन पर काफी आक्रोशित दिखाई पड़ रहे हैं।आपको बता दें कि बीते तीन चार साल पूर्व में किसानों के लिए लोरो ग्राम पंचायत में मिर्च प्रोसेसिंग यूनिट का भवन निर्माण कराया गया था। जो की पूरी तरह अब एक साल से ताला बंद कर दिया गया है। इसी कारण से क्षेत्र के किसानों ने चक्काजाम जैसे उग्र आंदोलन तक करने की चेतावनी दे डाली है।
आपको बता दें कि जिले के सन्ना क्षेत्र के ग्राम पंचायत लोरो में पूर्व के भाजपा शासन काल में शासकीय भूमि में करीब 50 सालों से काबिज असहाय गरीब बुजुर्ग से भूमि छीन वहां साल 2017-18 में लगभग 65.00 लाख रुपये से किसानों की समृद्धि के नाम पर मिर्च प्रोसेसिंग यूनिट का भवन बना दिया गया था। भवन के बनने से पूर्व ग्रामीणों ने काफी विरोध भी किया था जिस समय के वहां विपक्ष का रोल अदा करने असहाय काबिज बुजुर्ग के सपोर्ट में सामरी विधायक चिंतामणि महाराज भी पहुंचे थे।परन्तु भवन का कार्य रोकना सम्भव नही हुआ। वहीं भवन का कार्य पूरा हुआ और कांग्रेस शासन काल मे हरितक्रांति नामक अर्धशासकीय किसान संगठन को भवन पूरी तरह सौंप दिया गया था। जहां लगभग छः माह तक भवन में हरितक्रांति (नाबार्ड) द्वारा खाद बीज का व्यवसाय किया जाता रहा।वहीं जब हमने इस विषय मे क्षेत्र के ग्रामीण किसानों जनप्रतिनिधियों से चर्चा किया तो उन्होंने बताया कि इस भवन में हरितक्रांति (नाबार्ड) के कर्मचारियों के द्वारा ऊंचे दाम में खाद बेचा जा रहा था जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा उच्चाधिकारियों से किया गया था जिसके बाद से ही भवन में पूरी तरह से ताला जड़ दिया गया।जिसके एक साल बाद अब वहां के लोकल किसानों में शासन प्रशासन के खिलाफ आक्रोश पनपने लगे हैं। किसानों ने मिर्च प्रोसेसिंग यूनिट बैठा कर जल्द सुरु करने कहा है।वहीं जल्द शुरू नही होने पर किसानों ने चक्काजाम जैसे उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दे डाली है।
आपको यह भी बता दें कि यह मिर्च प्रोसेसिंग यूनिट के नाम से बना भवन में आज पर्यंत तक मिर्च प्रोसेसिंग यूनिट की मशीन स्थापित नहीं की गयी है। यह भवन में किसानों के कच्चे माल मिर्च,टमाटर को सुखा के सुरक्षित रखने हेतु बनाया गया है।परन्तु मशीनें लगने से पहले ही किसानों के सपनों में पानी फेरते हुये दिखाई पड़ रहा है।