Chhattisgarh
*Watch Video :- कवर्धा घटना के विरोध में हिन्दू नेता बरसे, विहिप के प्रदर्शन में सांसद गोमती साय ने कहा जहां जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां हिंदुओं के वजूद को खतरा, जिसदिन भगवा धारी कफ़न बांध लेंगे कोई धर्म नहीं बचेगा, ढोलके ने कहा भगवा ध्वज कपड़ा नहीं हम सब की अस्मिता का प्रतिक है……यहां कलेक्टर बुलाओ के भी लगे नारे…….*
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3 years agoon
जशपुरनगर। कवर्धा में हुई घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद के द्वारा जशपुर जिला मुख्यालय के हृदय स्थल बस स्टैंड पर भव्य प्रदर्शन करते हुए सभा एवं रैली का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय में चारों तरफ से पुलिस के द्वारा बैरिकेट्ड व आवागमन बाधित किए जाने के बावजूद बस स्टैंड में सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे।
यहां बड़े मंच के साथ सभा का आयोजन किया गया जिसे संबोधित करते हुए लोकसभा सांसद गोमती साय ने कहा कि जिस राज्य में भी कांग्रेस की सरकार है वहां हिंदुओं का वजूद नहीं है और अस्तित्व खतरे पर है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के दम पर बनी कांग्रेस की सरकार हिंदुओं के लिए नहीं सोचती। उन्होंने यह भी कहा कि जिसदिन भगवा धारी कफ़न बांध लेंगे कोई धर्म नहीं बचेगा। श्रीमती साय ने कहा कि हिंदू धर्म किसी का बुरा नहीं सोचता है ना ही करना चाहता है और ना ही करता है। लेकिन यदि इस तरह हिंदुत्व के अस्तित्व को मिटाने का प्रयास कांग्रेसी सरकार के द्वारा किया जाता है तो फिर भगवाधारी सफेद कफन जिस दिन सर पर बांध लेंगे कोई भी धर्म नहीं बचेगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने भी सभा को संबोधित करते हुए कवर्धा की घटना में न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के विरुद्ध जो भी कार्य वहां पर हुए वह राज्य सरकार के मंत्री मोहम्मद अकबर के इशारे पर हुए, जिन्हें तत्काल पद से हटा देना चाहिए। वक्ताओं ने कांग्रेस एंव जिला प्रशासन के द्वारा सभा को बाधित करने वालों को सभा स्थल पर नहीं आने देने का आरोप लगाया।
विहिप नेता प्रवीण ढोलके ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि भगवा ध्वज सिर्फ एक कपड़ा नहीं है बल्कि यह हिंदू अस्मिता की एक प्रतीक है, जिसका अपमान देश का अपमान है। उन्होंने कहा कि इस ध्वज की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने ना सिर्फ अपना बल्कि अपने बच्चों का भी बलिदान दिया है। इस ध्वज को यदि गिराने के लिए कोई हाथ काम करेगा तो उस हाथ को काटने के लिए भी हजारों हाथ खड़े हो जाएंगे।
कार्यक्रम को प्रवीण ढोलके, श्रीमती गोमती साय सहित, विष्णु देव साय, कृष्ण कुमार राय, देवधन नायक, श्रीमती रायमुनि भगत, विजय आदित्य सिंह जूदेव, नटवर मूंदड़ा सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। दिलीप कुमार बेसरा कार्यक्रम संयोजक सहित नितिन राय सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जिसके बाद रैली निकली रैली के रूप में सभी महाराजा चौक पहुंचे, जहां प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। प्रशासन की ओर से महाराजा चौक में एसडीएम उपस्थित रहे लेकिन हिंदू कार्यकर्ता यहां कलेक्टर की उपस्थिति की मांग करने लगे और कलेक्टर बुलाओ के नारे भी लगाए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम प्रेषित ज्ञापन में विश्व हिंदू परिषद ने लिखा है कि जिला कबीरधाम में विगत दो – तीन वर्षों से समूचा पुलिस और प्रशासन संप्रदाय के आधार पर कार्यवाही करता आ रहा है । समूचे जिले के थानों में अपराध करने के बाद भी मुस्लिम समुदाय के लोगों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की जा रही है । इस बात के प्रमाण में पत्र के साथ संलग्न 1 दिया जा रहा है जिसमें जिला कबीरधाम के अनेक घटनाओं का उदाहरण स्वरूप उल्लेख है । दिनांक 3 अक्टूबर 2021 को मां विंध्यवासिनी मंदिर के समीप , लोहारा नाका चौक में कवर्धा थानेदार तथा नायब तहसीलदार के द्वारा दुर्गेश देवांगन तथा उसके साथियों को बुलवाया गया तब 50-60 की संख्या में मुस्लिम समुदाय के हथियारबंद युवक वहां उपस्थित थे । वहां प्रशासन द्वारा निर्धारित किया गया की उस चौक पर अब किसी भी प्रकार का झंडा नहीं लगाया जाएगा जिस पर बनी परस्पर सहमति को लिपिबद्ध करने के लिए पेन और कागज मंगवाया गया । इसी बीच मुस्लिम युवाओं ने नायब तहसीलदार तथा कवर्धा थानेदार की उपस्थिति की परवाह किए बिना घेरकर दुर्गेश देवांगन को पीटा , यदि दुर्गेश देवांगन को शटर वाले दुकान के अंदर बंद न किया गया होता तो निसंदेह उसकी जान चली जाती जैसे कि जिला कबीरधाम के पुलिस की परिपाटी विगत दो – तीन वर्षों से बनी हुई थी इस मारपीट के बाद भी पुलिस शिथिल हो गई, क्योंकि मुस्लिम समुदाय के लोग इस घटना में संलिप्त थे। दोपहर की घटना के विरुद्ध कोई कार्यवाही अथवा गिरफ्तारी रात तक नहीं होने के कारण जनता आक्रोशित हो गई ।
दिनांक 3 अक्टूबर 2021 को पुलिस प्रशासन द्वारा अनावश्यक रूप से कवर्धा के लोगों पर लाठीचार्ज किया गया जिसके बाद लोगों में आक्रोश और बढ़ गया। दिनांक 5 अक्टूबर 2021 को भी कार्यवाही की मांग के साथ विश्व हिंदू परिषद द्वारा कवर्धा बंद तथा 3 घंटे का सांकेतिक चक्काजाम आहूत किया गया था जो पूर्णतः शांतिपूर्ण था । पुन : पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया गया , बच्चों को और महिलाओं को भी नहीं । छोड़ा गया ,
इस घटना में दिनांक 3 अक्टूबर 2021 को तथा 5 अक्टूबर 2021 को थानेदार और नायब तहसीलदार की उपस्थिति में दुर्गेश की पिटाई का वीडियो , हाथ में तलवार लेकर पुलिस के संरक्षण में घूमते लोग , पुलिस की उपस्थिति में हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भगवा ध्वज को फेंकना उस पर थूकना और रौंदना से स्पष्ट हो जाता है कि पुलिस पक्षपातपूर्ण कार्यवाही कर रही है।
मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र मे विहिप ने कहा कि इस घटना के साथ – साथ आपका ध्यान एक और विशेष विषय की ओर समय समय से विश्व हिंदू परिषद द्वारा आकृष्ट किया गया है कि बाहरी मुसलमान प्रदेश में अंदर गांव – गांव तक तथा शहरों में घुस रहे हैं। तथा कुछ जिहादी मानसिकता के लोगों द्वारा उनको संरक्षण दिया जा रहा है। इसी तारतम्य जिला कबीरधाम में कवर्धा नगर पालिका में भी हजारों की संख्या में मुस्लिम बाहर से आकर अवैध रूप से रहने लगे हैं। उदाहरणस्वरूप नगर पालिका कवर्धा का यह दस्तावेज जिसमें मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने हेतु आवेदन किया गया है इस ज्ञापन के साथ संलग्न 2 के रूप में प्रस्तुत है । हिन्दू समाज के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार और एकपक्षीय पुलिसियों कार्यवाही के संदर्भ में विहिप के द्वारा निम्न रखी गई है:-
1,पूरी घटना की न्यायिक जांच की जाये और जिहादी मानसिकता वाले जिन्होंने भगवा ध्वज का अपमान किया , जय श्रीराम के जयघोष से चिढ़कर दुर्गेश को पीटा । उनकी पहचान कर उन्हें दंडित किया जाये ।
जिन लोगों पर मामले दर्ज किये गये हैं वे मामले निशर्त वापस लिये जाये।
जिन अधिकारियों की विवेकहीनता के कारण बर्बर लाठी चार्ज हुआ और 3 हजार से अधिक लोगों को सरेआम पीटा गया ऐसे एस . पी . कलेक्टर , थानेदार कवर्धा , नायब तहसीलदार कवर्धा को तत्काल निलंबित कर लाठी चार्ज की न्यायिक जांच की जाये ।
कवर्धा एवं छत्तीसगढ़ प्रांत में अवैध रूप से रह रहे लगभग 6 लाख लोगों की पहचान कर उन्हें बाहर किया जाये।
कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर के संरक्षण में नगर के ऐतिहासिक भोजली तालाब को मुस्लिम समाज द्वारा कब्जा कर लिया गया है उसे तत्काल मुक्त कराया जाऐं। कवर्धा करपात्रि जी महराज एवं कबीर पंथ के आचार्यों की कर्मस्थली रही है । पहली बार कवर्धा पर सांप्रदायिकता का कलंक लगा है जिसके मूल में मंत्री मोहम्मद अकबर उनके प्रिय पात्र एवं उनकी कार्यशैली है । अतः छ.ग. प्रदेश तथा जिला कबीरधाम की खुशहाली के लिए छ.ग. सरकार तुरंत ही मोहम्मद अकबर को मंत्री पद से हटायें तथा उनके विधानसभा की सदस्यता समाप्त की जाये।
उपरोक्त मांगों को शासन के कानों तक पहुंचाने के लिए आज दिनांक 12 अक्टुबर 2021 को हमारे जिले सहित प्रदेश के सभी जिलों में धरना एवं रैली के साथ यह ज्ञापन सौंपा जा रहा है तथा मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में • मोहम्मद अकबर भगाओ कबीरधाम बचाओ अभियान चलाया जायेगा । • आगामी दशहरे के दिन कबीरधाम जिला के प्रत्येक ग्रामों में रावण के साथ स्थानीय विधायक मोहम्मद अकबर का पुतला दहन किया जायेगा । • जेल भरो तथा अनेक अन्य वृहद् प्रदेशव्यापी आंदोलन एवं अभियान किये जायेंगे ।