Connect with us
ad

Jashpur

*जहां रावण दहन नहीं होता है बल्कि युद्ध में मारा जाता है रावण…….ऐतिहासिक एवम पारम्परिक आरा दशहरा पर विशेष आलेख…..*

Published

on

1664852711115

 

जशपुरनगर। (सोनू जायसवाल की खास रिपोर्ट।)  जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर आरा पंचायत में आज भी लगभग सात सौ साल पुरानी दशहरा महोत्सव की परंपरा जीवंत है। आरा दशहरा में जमींदारी काल में लगने वाले दरबार की झलक आज भी देखने को मिलती है। जमींदार के स्थान पर दरबार में अब देवताओं को स्थापित किया जाता है और लोग चढ़ावा चढ़ाते हैं।
आरा दशहरा का शुभारंभ शारदीय नवरात्र की सप्तमी को शस्त्र पूजा से होता है। नवमीं तिथि पर देवी गुड़ी दशहरा प्रांगण में गद्दी पर पगड़ी स्थापित की जाती है। साथ ही पुरातन तलवार और ढाल को सम्मान के साथ रखा जाता है। अनुयायी दरबार को देवताओं के दरबार के रूप में सम्मान देते हैं। यहां दो गद्दी और दो दरबार लगते हैं।

पहली गद्दी और दरबार नवमीं के दिन और दूसरी गद्दी और दरबार विजय दशमीं के दिन लंका दहन के बाद लगाया जाता है। नायक परिवार के उत्तराधिकारी लंकादहन के बाद आम लोगों से मिलते हैं, इसके बाद दरबार लगता है। दरबार में अनुयायी स्वेच्छा से मुद्रा समर्पित करते हैं। इसका उपयोग सेवकों को पारितोषिक के रुप में किए जाने की प्रथा है। समर्पण के बाद नायक परिवार के उत्तराधिकारी आगंतुकों को स्वल्पाहार और पान भेंट करते हैं।

यहां जमींदारी के दिनों में प्रयुक्त शस्त्र आज भी देवघरा पूजा स्थल में रखे हैं। आम लोगों के दर्शन के लिए वर्ष में दो बार दशहरा व रक्षाबंन पर्व पर निकाला जाता है। दशहरा पर शस्त्रों को विधिवत पूजा-अर्चना कर जलाशय खड़ोईन में बाजे-गाजे के साथ ले जाया जाता है। यहां आचार्य व बैगाओं द्वारा इसकी पूजा की जाती है, इसके बाद शस्त्रों की शोभायात्रा निकालकर आरागढ़ देवघरा के आंगन में लाया जाता है।

आरागढ़ में आरा नायक परिवार की महिलाएं इसकी आरती व चुमावन करती हैं, इसके बाद दशहरा महोत्सव स्थल देवीगुड़ी में शस्त्रों को पहुंचाया जाता है। यहां आसपास के दर्जनों गावों से आए ग्रामीण शस्त्रों का दर्शन करते हैं जो यहां सप्तमी से विजय दशमीं तक यहां रखे जाते हैं।

यहां चार दिन तक सुबह-शाम विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। दशमीं पर देवीगुड़ी में कृत्रिम लंका का निर्माण किया जाता है और रावण का दहन किया जाता है। इस दौरान हजारों की संख्या में लोगों के जुटते हैं। विजय दशमी पर यहां बाजे-गाजे के साथ विजय यात्रा निकाली जाती है। एकादशी को पुन : शस्त्रों की पूजा-अर्चना के पश्चात इसे देवघरा के आंगन में लाया जाता है, जहां महिलाएं पुन: आरती व चुमावन करती हैं । आचार्य-बैगाओं के साथ आरा नायक परिवार के सदस्य शस्त्रों को विशेष पूजा स्थल में स्थापित करते हैं।

युद्धकला का प्रदर्शन

दशहरा महोत्सव में प्राचीन युद्धकला की झलक और आरा नायक के शौर्य गाथा की झलक देखने को मिलती है। यहां की संस्कृति और परंपरा की पुष्टी वादकों द्वारा सुनाए जाने वाली कथा- कहानी से होती है। कार्यक्रम में जो वादक शामिल होते हैं, वे डोमवंश से जुड़े हैं ।

इनके पूर्वज डोम राजा के रियासत से सीे जुड़े थे और डोम वंश के पतन के बाद राजा सुजान राय के रियासत और आरा जमींदारी से जुड़ गए । ये अद्भूत शस्त्र कला का प्रदर्शन करते हैं। इस दौरान ऐसी धुन बजती है कि हर व्यक्ति में उत्साह का संचार होता है। ऐसी धुन युद्ध में तब सैनिकों को उत्साहित करने के लिए बजाई जाती थी। ढोल-नगाड़ों के साथ सिंग बाजा, डंका, नरसिंहा (रणभेरी) सहित कई वाद्य यंत्र इसमें शामिल हैं।

Advertisement

RO- 12884/2

RO-12884/2

RO- 12884/2

ad

Ad

Ad

Ad

Advertisement
Advertisement
IMG 20241022 WA0052
Chhattisgarh2 hours ago

*Big breaking:- बड़ी संख्या में बदले गए आईएएस अफसरों के प्रभार, रवि मित्तल बने जनसम्पर्क आयुक्त, रोहित व्यास होंगे जशपुर के नए कलेक्टर….देखिये आदेश!*

IMG 20241022 WA0035
Chhattisgarh3 hours ago

*आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है हमारी सरकार-मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में प्रगतिरत् कार्याे को दो माह में पूर्ण करने के दिए निर्देश, प्राधिकरण की बजट राशि 50 से बढ़ाकर 75 करोड़ की गई, मयाली में पर्यटन को बढ़ावा देने 10 करोड़ की राशि देने की घोषणा की, खराब सड़कों की होगी शीघ्र मरम्मत*

1729606117 94e1b81a5788c34530a7
Chhattisgarh3 hours ago

*Big breaking:- धान खरीदी में फर्जीवाड़ा करने वाला केन्द्र प्रभारी गिरफ्तार, शासन को 91 लाख रूपए से अधिक का आर्थिक क्षति पहुंचाने का मामला…*

Chhattisgarh3 years ago

*बिग ब्रेकिंग :- युद्धवीर सिंह जूदेव “छोटू बाबा”,का निधन, छत्तीसगढ़ ने फिर खोया एक बाहुबली, दबंग, बेबाक बोलने वाला नेतृत्व, बेंगलुरु में चल रहा था इलाज, समर्थकों को बड़ा सदमा, कम उम्र में कई बड़ी जिम्मेदारियां के निर्वहन के बाद दुखद अंत से राजनीतिक गलियारे में पसरा मातम, जिला पंचायत सदस्य से विधायक, संसदीय सचिव और बहुजन हिन्दू परिषद के अध्यक्ष के बाद दुनिया को कह दिया अलविदा..*

IMG 20240821 WA0000
Chhattisgarh2 months ago

*बिग ब्रेकिंग:- विदेशी नागरिक को भारत में अनुसूचित जनजाति की भूमि क्रय करने का अधिकार नहीं ,बेल्जियम निवासी एच गिट्स के द्वारा फर्जी ढंग से खरीदी गई भूमि को जनजाति के सदस्य वीरेंद्र लकड़ा को वापस करने का ऐतिहासिक निर्णय कलेक्टर जशपुर डा रवि मित्तल ने सुनाया………..*

Chhattisgarh3 years ago

*जशपुर जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाले शिक्षक के बेटे ने भरी ऊंची उड़ान, CGPSC सिविल सेवा परीक्षा में 24 वां रैंक प्राप्त कर किया जिले को गौरवन्वित, डीएसपी पद पर हुए दोकड़ा के दीपक भगत, गुरुजनों एंव सहपाठियों को दिया सफलता का श्रेय……*

Advertisement