जशपुरनगर:- प्रदेश के कद्दावर आदिवासी नेता एवम जनजातिय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत को महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण में शामिल होने मिला न्योता मिलने से आदिवासी वर्ग और उनके समर्थकों में हर्ष का माहौल है।
सम्भवतः प्रदेश के पहले आदिवासी नेता गणेश राम भगत है.जिन्हें देश के सबसे सर्वोच्च कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है.विदित हो कि देश मे पहली बार किसी जनजातिय समुदाय की महिला को राष्ट्रपति जैसा सर्वोच्च पद दिया गया है ।विदित हो कि पिछले 50 वर्षों से भी अधिक समय से श्री भगत जनजातिय समाज की संस्कृति परम्पराओं के संरक्षण हेतु वनवासी कल्याण आश्रम के नेतृत्व में आंदोलनरत हैं ।वर्तमान में उन्हें अखिल भारतीय जनजातिय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक का दायित्व दिया गया है और उनके नेतृत्व में देश के 12 करोड़ से भी अधिक जनजातिय वर्ग के लोग डिलिस्टिंग की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं।श्री भगत को न्योता मिलने से उनके समर्थक काफी खुश हैं और उन्हें बधाई दे रहे हैं ।समाचार लिखे जाने तक श्री भगत दिल्ली के लिए प्रस्थान कर चुके हैं ।