कोतबा,जशपुरनगर:-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. अजित कुमार बंदे के दुर्व्यवहार और बजरंग दल के युवाओं के साथ कि गई गंदी-गंदी गाली गलौच का मामला तूल पकड़ा है.बजरंग दल के युवाओं का आरोप है कि वे अपने सड़क दुर्घटना में घायल साथी को देखने आये थे.इसी दौरान डॉ.बंदे ने युवाओं के साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें गंदी-गंदी गालियों के साथ अपमानित किया.युवाओं का आरोप है कि डॉ.अजित कुमार बंदे हर एक मरीज के साथ ऐसे ही दुर्व्यवहार करते हैं. जिससे यहाँ इलाज कराने आये मरीजों को जिल्लत का सामना करना पड़ता हैं. बजरंग दल के युवाओं का कहना है कि बिना किसी कसूर के डॉ.बंदे का यह व्यवहार निंदनीय हैं. जिसकी माफी मांगी जानी चाहिये.अगर ऐसा नही किया जाता है तो युवा अस्पताल परिसर में बैठकर अभी आंदोलन करेंगे।
*जिले के आलाधिकारीयों को शिकायत..!*
मामले से नाराज युवाओं ने जिले के आला अधिकारियों को सूचना प्रेसित किया है.बजरंग दल के युवाओं का कहना है कि उनका एक सामाजिक सरोकार का संगठन है.उसके बाद उनसे दुर्व्यहार कर अपमानित किया गया है.अब कयास लगाए जा सकते है कि अन्य मरीजों के साथ इनका कैसा व्यवहार होगा. युवाओं ने डॉक्टर बंदे से ईलाज नही कराने और इसके स्थांतरण की मांग की है.उनका कहना है कि अगर वे किसी बीमार से ग्रसित होंगे तो डॉक्टर उन्हें गलत उपचार कर जान माल से खिलवाड़ कर सकता है।
*सरकारी डॉक्टर के निजी पैथोलॉजी,नोटिस जारी पर कार्यवाही नहीं..!*
आपको बता दें कि डॉ अजित कुमार बंदे एक शासकीय चिकित्सक है.जिनका एक निजी क्लिनिक भी स्थापित किया गया है.वे इस पैथोलॉजी में शासकीय अस्पताल में सम्पूर्ण जांच के प्रबंध होने के बाद भी अनुचित लाभ अर्जित करने के लिये यहाँ के मरीजों को वहां भेजकर जांच कराया जाता है.इस मामले का उजागर होने के बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था.लेकिन अनुचित ढंग से संचालित इस पैथोलॉजी पर कार्यवाही के नाम खानापूर्ति किया गया है।