Jashpur
*Big Breking jashpur:-सार्वजनिक शुलभ शौचालय में ताला जड़कर लगाई जा रही दुकान,पुलिस अधीक्षक के फटकार के बाद भी नहीं हो रहा पालन,खुलेआम अतिक्रमण से यातायात व्यवस्था चौपट,तो खुले में शौच जाने मजबूर लोग..!*
Published
6 months agoon
जशपुरनगर:-फरसाबहार के ग्राम पंचायत और सूबे के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के विधानसभा क्षेत्र गंझियाडीह में दो दिनों पूर्व ही जिला पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के फटकार के बाद भी सड़क किनारे बेतरीब तरीके से सामान फैला कर दुकान संचालन किया जा रहा हैं।जिससे मुख्यमार्ग में आवाजाही करने वालों पर दुर्घटना घटित होने की आशंका बनी रहती हैं. बिडंबना है कि जिला पुलिस अधीक्षक के फटकार के बाद दुकानदार अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहें है.और अब अन्य दुकानदार रोड़ में सामान फैलाकर यातायात व्यवस्था को बाधित कर रहें हैं.तो वही दुकानदार सार्वजनिक शुलभ शौचालय को ताला जड़कर उसके सामने समान रखकर अपना दुकान संचालन कर रहें है.सार्वजनिक शौचालय के सामने दुकान संचालन करने से बसों के इंतजार में बैठे लोग सहित परिवहन करने वाले लोगों को खुले में शौच करना पड़ रहा हैं।
विदित हो कि दो दिन पूर्व ही फरसाबहार का ग्राम पंचायत गंझियाडीह उस वक्त सुर्खियों में आया जब मुख्य मार्ग में समान बिखेरकर दुकान संचालन करने वालों दुकानदारों की शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह को मिली थी.जिस पर वे स्वयं उक्त पंचायत में पहुँचकर दुकानदारों को समझाइश देते हुये फटकार लगाई थी.बताया जा रहा है कि जिस दुकानदारों को उन्होंने फटकार लगाई थी.उनके द्वारा अब सामान फैलाकर दुकान संचालन नही किया जा रहा है.लेकिन इसके विपरीत अन्य दुकानदार इसका पालन करते नजर नहीं आ रहें है.बल्कि वे सार्वजनिक शुलभ शौचालय के सामने व मुख्यमार्गों में दुकान सजाकर आवगमन करने वालों को बाधित कर रहें हैं।
दो दिन पूर्व घटित मामले को समझने और इसके परिपालन को लेकर जानकारी लेने मीडिया की टीम पहुँची तो देखा गया कि दुकानदार मुख्यमार्ग में सामान फैला कर दुकान का संचालन कर रहें है.इसके साथ ही सार्वजनिक शुलभ शौचालय में ताला जड़कर छड़ की दुकान सजाकर बेच रहे हैं. ग्रामीणों से जब इस विषय पर चर्चा किया गया तो उन्होंने नाम नहीं छापने की बात कहकर बताया जब से सार्वजनिक शुलभ शौचालय का निर्माण हुआ है.तब से वहां पहले फल दुकान का संचालन किया जाता था.अब उसी जगह बेतरीब छड़ को दुकानदार रखकर बेच रहें हैं. ग्रामीणों ने बताया कि अब उन्हें शुलभ शौचालय के लिये खुले में जाना पड़ता हैं. ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के सरपंच और दुकानदार की मिलीभगत को कारण बताया।