Jashpur
*Breking jashpur:-रिजर्व फॉरेस्ट की जंगल उजाड़कर कर लिये अवैध कब्जा,ग्रामीणों के शिकायत के तीन साल बाद भी कार्यवाही नहीं,मुख्यमंत्री कैंप बगिया में जंगल बचाने फिर ग्रामीणों ने की फरियाद,अब कार्यवाही होने की ग्रामीणों में जागी आस..!*
Published
3 months agoon
कोतबा,जशपुरनगर:-वन विभाग के सबसे सुरक्षित जंगल रिजर्व फॉरेस्ट के जमीन पर लगे हरे भरे पेड़ पौधों को अंधाधुंध कटाई कर उसमें जबरन अवैध कब्जा कर फसल खेती करने का मामला सामने आया हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त जमीन पर तीन वर्ष से आलाधिकारियों को शिकायत करने के बावजूद किसी ने अभी तक कोई कार्यवाही नही करने से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है.वहीं ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री कैंप बगिया में भी लिखित शिकायत देकर जंगल बचाने कार्यवाही की मांग की है.लेकिन मुख्यमंत्री कैंप में शिकायत के बाद भी कोई जांच न कार्यवाही नही होने से हताश हैं।
पूरा मामला जिले के पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत महेशपुर का है।
यहां के ग्रामीणों का कहना है कि आरएफ क्रमांक 982 में ग्राम पंचायत झिमकी के ग्रामीणों द्वारा अवैधानिक रूप से वन अधिकार पट्टा बनवाया गया हैं. उसके बावजूद वे लोग ग्राम पंचायत महेशपुर के आरएफ क्रमांक 984 जंगल में लगाये गये प्लांटेशन और जंगली जानवरों के लिये बनाये गये शासकीय डेम को तोड़कर खेती किया जा रहा हैं।
महेशपुर के सरपंच धनराम खलखो,वन सुरक्षा समिति के सदस्य यदुमणि यादव,ध्रुव साय पैंकरा,बालक राम उरांव,अगस्तु बेग सहित अन्य लोगों ने बताया कि उक्त भूमि में वर्ष 1992-93 में सागौन पेड़ का रोपणी के साथ-साथ जंगली जानवरों के लिये पीने के पानी के लिये शासकीय मद से डेम निर्माण कराया गया था.उसके बावजूद ग्राम पंचायत झिमकी के ग्रामीणों के द्वारा दूसरे पंचायत में भी वन अधिकार पट्टा और राजस्व भूमि का दावा करते हुये जंगलों की कटाई कर अवैध कब्जा किया गया है.ग्रामीणों ने बताया कि उनके द्वारा लगभग तीन वर्षों से लगातार जिला कलेक्टर,वन विभाग सहित वर्तमान विधायक को लिखित शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नही किया जा रहा हैं।
*इन पर अवैधानिक कब्जा करने का आरोप..!*
ग्रामीण कमिल उरांव,वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष अगस्तु बेग,शेखर,जेक,रामकुमार सहित अन्य दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत झिमकी के उपसरपंच जगत यादव,भाई गणेश यादव पिता त्रिलोचन यादव ने सबसे पहले कब्जा की थी.उन्हें बार-बार समझाइस देने के बावजूद और जोरों से पेडों की कटाई कर उनके ग्राम झिमकी अन्य दर्जनों लोगों को रिजर्व वन भूमि कब्जा कर खेती को बढ़ावा दिया गया है.ग्रामीणों का आरोप है कि जंगल की सुरक्षा के लिये वन सुरक्षा समिति और ग्राम पंचायत के ग्राम सभा मे प्रस्ताव बनाकर शिकायत किया गया लेकिन वह विभाग अभी तक कोई जांच भी करना उचित नही समझा हैं. इधर ग्रामीण जंगल बचाने के लिये पूरे गांव के लोग एकजुट हो गये हैं.उनका कहना है कि उनके ग्राम पंचायत से किसी ने भी उक्त रिजर्व जमीन पर कोई अतिक्रमण नही किया है।
वर्शन
कृपा सिंधु पैंकरा रेंजर पत्थलगांव
मामले को लेकर पत्थलगांव वन विभाग के रेंजर से चर्चा किया तो उन्होंने इसकी जानकारी नही होने की बात कहते हुये कहा कि आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है.तत्काल संज्ञान लिया जा रहा है.कल ही स्थल जाकर निरीक्षण करूँगा और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।