*इस जनपद के कांग्रेसी जनपद सदस्य ही हो गये नाराज,कहा यही रवैया रहा तो दे देंगे अपने पद से इस्तीफा…इस जनपद पंचायत में लगातार हो रही मनमानी रवैये से कई जनपद सदस्य हैं नाराज….पढिये पूरी खबर ग्राउंड जीरो न्यूज में आखिर क्यों हो रहे जनपद सदस्य आग बबूला..?*

 

जशपुर/बगीचा:- आज तक आपने सुना होगा किसी
संसद,विधानसभा,जनपद सभा में सत्ता पक्ष के विरोध में हमेशा विपक्ष हल्ला बोला करता है।जहां सत्ता पक्ष के रवैये से विपक्ष नाराज होता है परन्तु आज जो खबर हम आपको बताने जा रहे हैं उसमें अहम बात यह है कि जिस पार्टी की सत्ता है उसी पार्टी के सदस्यों ने सत्ता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

हम बात कर रहे हैं प्रदेश के जशपुर जिला अंतर्गत जनपद पंचायत बगीचा की जहां कांग्रेसी सदस्य ही आपस मे भिड़ते नजर आ रहे हैं।बात इतनी बढ़ गयी है कि सत्ता पक्ष के ही जनपद सदस्य इस्तीफा देने तक की बातें करने लगे हैं।आपको बता दें कि वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और इसी दबाव में जनपद पंचायत बगीचा में भी कांग्रेस समर्थित जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं परन्तु यहां कांग्रेस के ही समर्थित महिला नेत्री आशिका कुजूर जनपद पंचायत बगीचा के उपाध्यक्ष सुरेश जैन के मनमानी रवैये से काफी नाराज दिख रही हैं।बताया जा रहा है कि बीते दिन बगीचा जनपद पंचायत के सदस्यों के ग्रुप में शिक्षा समिति के बैठक आयोजन का सूचना लेटर डाला गया।जिसके बाद कांग्रेस नेत्री जनपद सदस्य आशिका कुजूर आग बबूला हो गयी है और अपने ही सत्ता पक्ष के जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जैन के खिलाफ खड़ी हो गयी और इस्तीफा तक देने की बात कह डाली। जिसमें आशिका कुजूर के द्वारा लिखी हुई चैट काफी वायरल भी हो रही है। पढिये आशिका कुजूर ने आखिर लिखा क्या है…

“कल की बैठक मान्य नहीं होगी. सदस्यों कों बिना जानकारी दिए उपाध्यक्ष अकेले बैठक की तिथी तय नहीं कर सकते हैं….यदि आप स्वयं ही सर्वेसर्वा बनना चाहते हैँ विभाग के तो मै समिति की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगी कल की बैठक के बाद.बार बार यह क्यों बताना पड़ता है कि आप एक संवैधानिक पद पर हैँ… बैठक की तिथी कम से कम चार दिन पहले तय करें वो भी सदस्यों की सलाह एवं सहमति से.।”

आपको बता दें कि बगीचा जनपद पंचायत के इस ग्रुप में बीते चार पांच दिनों से काफी गहमा गहमी बनी हुई है।जिसमें बताया जा रहा है कि जनपद पंचायत बगीचा में बीते दो वित्तिय वर्ष में करीब 2 करोड़ से भी ज्यादा की राशि आबंटन हुई थी जिस राशि का खर्च कहाँ हुआ इसकी जानकारी भी सभी जनपद सदस्यों को नही है।बताया यह भी जा रहा है कि इसकी जानकारी भी जनपद सदस्य आशिका कुजूर के द्वारा सामान्य सभा की जनपद बैठक में मांगी थी परन्तु जानकारी तत्काल देने से वहां भी कांग्रेस नेत्री को मना कर दिया गया और यही वजह है कि धीरे धीरे बगीचा जनपद में आग बढ़ता चला जा रहा है।

आपको बता दें की कांग्रेस नेत्री जनपद सदस्य आशिका द्वारा लिखी गयी बातें मायने इस कारण रखती है क्योंकि बगीचा में कांग्रेस के दम पर ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाया गया है। जिसमें आशिका कुजूर और उनके पिता आनन्द लाल कुजूर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं।बताया जाता है कि इन्ही ने बगीचा में जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाने में अपना अहम रोल निभाया था जिसके बाद कांग्रेस समर्थित उमीदवार जीत कर सत्ता हथियाये हैं और उसके बावजूद इनके द्वारा सार्वजनिक रूप से आवाज बुलंद करना बड़ी बात है।

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