Jashpur
*गड़बड़ी:– जिले में फिर निकला “भ्रष्टाचार का जिन्न” बिना काम निकाल लिए लाखों रुपए, पूर्व में भी घोटाले के मामले में सरपंच सचिव के खिलाफ कई शिकायत, ग्रामीणों में आक्रोश, आखिर इन पर कब होगी कार्यवाही……?पढिये पूरी खबर ग्राउंड जीरो न्यूज के साथ*
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3 years agoon
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Rakesh Guptaजशपुर,सन्ना:- जशपुर जिले के पाठ क्षेत्र से फिर एक बड़ी भ्रष्टाचार की खबर निकल कर आ रही है।जहां बताया जा रहा है की बगीचा जनपद के ग्राम पंचायत सचिव सरपंच ने बिना कार्य किये ही शासकीय राशि का बंदरबांट कर लिया है।
मिली जानकारी अनुसार आपको बता दें कि बगीचा जनपद के कमारिमा पंचायत जो कि आये दिन अपनी भ्रष्टाचार को लेकर सुखियों में रहती है।वहीं ताजा मामला आपको बता दें कि ग्राम पंचायत कमारिमा के प्राथमिक शाला दतुनपानी और प्राथमिक शाला खपरिदह स्कूल मरम्मत के नाम पर 24 हजार रुपये और 49 हजार रुपये का फर्जी रूप से आनन्द यादव नामक व्यक्ति के नाम चेक काट कर आहरण कर लिया गया है।जहां ग्रामीणों ने आरोप लगाया है वहां के दोनों स्कूल में एक रुपये का भी मरमत कार्य नही किया गया है।
आपको बता दें कि पूरा मामले का उजागर तब हुआ जब ग्राम पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन कर ग्राम पंचायत के सचिव राजेश सिंह ने ग्रामीणों के मांग के बाद ग्राम पंचायत में किये गये खर्च रुपये का हिसाब देना शुरू किया।वहीं ग्राम सभा मे सचिव ने बताया कि प्राथमिक शाला दतुनपानी में स्कूल मरम्मत 49 हजार रुपये का और प्राथमिक शाला खपरिदह में 24 हजार रुपये स्कूल मरमत के नाम पर खर्च किया गया है।फिर क्या था इतना सुनते ही ग्राम सभा मे मौजुद ग्रामीण आग बगुला होने लगे और फिर ग्राम सभा मे बताता की इन स्कूलों में एक रुपये का भी कार्य नही किया गया है।जिसके बाद वहां मौजूद ग्रामीण स्कूल भवन निरीक्षण करने पहुंच गये और स्कूल में देखा कि वाकई वहां एक रुपये का भी कार्य नही किया गया है जिसके बाद ग्रामीणों ने वहां पंचनामा भी बनाया।
*इस पूरे मामले की उजागर होने के बाद जब हमने ग्राउंड जीरो न्यूज के माध्यम से ग्राम पंचायत के सचिव राजेश सिंह से बात किया तो उन्होंने बताया कि 15वें वित्त से दतुनपानी स्कूल में 49 हजार और खपरिदह स्कूल में 24 हजार रुपये इंजीनियर के मूल्यांकन के बाद और sdo के सत्यापन के बाद रुपये को आनन्द यादव के नाम पर चेक काट कर आहरण किया गया है।जिसमे दतुनपानी में कार्य नही किया गया बाद में वहां के पंच के द्वारा कार्य करने की बात कही गयी है।*
वहीं इस पूरे भ्रष्टाचार की आरोप की सच्चाई ग्राम पंचायत के सचिव ने हमसे फोन पर चर्चा के दौरान ही कबूल कर लिया हालांकि उनके द्वारा बार बार आनन्द यादव नामक व्यक्ति का नाम लिया जा रहा था जिससे यह भी साफ हो गया कि बिचौलियों का दबाव भी कमारिमा पंचायत में काफी बढ़ा हुआ है।यही वजह है कि पूरा बगीचा जनपद बदनाम हो रहा है।यहीं आपको यह भी बता दें कि कमारिमा ग्राम पंचायत में पूर्व में भी मनरेगा में 35 लाख से ज्यादा रुपये का बिना कार्य किये ही फर्जी रूप से आहरण करने की शिकायत और मनरेगा में नाबालिक बच्चों के नाम फर्जी हाजरी भर कर रुपये का फर्जी आहरण करने को लेकर ग्रामीणों ने जनपद सीईओ, जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर जैसे आलाधिकारियों से कई बार किया है।इसी आरोप की सच्चाई करीब 6 माह पूर्व वहां कार्यों की आडिट करने आये ऑडिटर ने भी कैमरे के सामने लाखों रुपये फर्जी आहरण और नाबालिक बच्चे के नाम हाजरी भर कर फर्जी आहरण करने की बात को बताया था।जिसकी खबर भी हमने ग्राउंड जीरो न्यूज में दो बार प्रमुखता से उठाया था जिसके बाद कलेक्टर जशपुर ने जांच टीम बना कर 7 दिवस के भीतर जांच कर प्रतिवेदन पेश करने आदेश भी जारी किया था।परन्तु आज महीनों बाद भी जांच अधूरा ही पड़ा है।वहीं बड़ी बात यह निकलती है कि बार बार कमारिमा ग्राम पंचायत में लाखों रुपये का भ्रष्टाचार की मामले का उजागर होने के बाद भी शासन प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नही करना ही बड़ा सन्देह को जन्म देता है।हालांकि सच्चाई जो भी हों पर मामले की लीपापोती होने से पहले शासन प्रशासन को जांच कर कार्यवाही करने की आवश्यकता है।