Chhattisgarh
*राजनीति:– प्रशिक्षण शिविर में पार्टी की रीति नीति से उन्हे कराया गया अवगत, केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को डाला प्रकाश, द्वितीय सत्र में रामप्रताप सिंह मुख्य वक्ता तो डीडीसी सालिक साय ने की अध्यक्षता……………*
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2 years agoon
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Rakesh Guptaजशपुरनगर।मुख्यालय में बीजेपी द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आज समापन हुआ।इस प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश सहित जिले भर के दिग्गज नेताओं ने शिरकत करते हुए शिविर में भाग लिए भाजपा के पदाधिकारियों को भाजपा की रीति नीति एवं इतिहास के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई,साथ ही पार्टी की आगामी रणनीति की रूपरेखा भी तैयार की गई।तीन दिवसीय जिला भाजपा प्रशिक्षण वरिष्ठ भाजपा नेताओं की उपस्थिति में प्रशिक्षण शिविर सम्पन।प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन के पहले सत्र में मुख्य वक्ता प्रदेश भाजपा के विशेष आमंत्रित सदस्य जगन्नाथ पाणिग्रही ने बदलती हुई परिस्थिति में भाजपा का दायित्व, भाजपा के वैशिष्ट्य की समझ विषय पर प्रकाश डाला।पहले सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेन्द्र बेसरा ने की।दूसरे सत्र में मुख्य वक्ता पूर्व प्रदेश महामंत्री संगठन रामप्रताप सिंह में हमारा विचार परिवार विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तात्कालिक समाज की आवश्यकता को देखतेहुए विभिन्न क्षेत्रों में(जैसे महिला, मजदूर, विद्यार्थी, राजनीतिक, सांस्कृतिक) देशहित को केन्द्रमें रखकर कार्य प्रारंभ हुए,दूसरे सत्र की अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य सालिक साय ने की।तीसरे सत्र के मुख्य वक्ता प्रदेश भाजपा के महामंत्री एवं सरगुजा संभाग के संगठन प्रभारी नारायण चंदेल ने भाजपा का इतिहास एवं विकास विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर कार्यकर्ता को जानने की जरूरत है कि पार्टी का इतिहास क्या है। जनसंघ से लेकर आजतक की जो हमारी यात्रा है वो बहुत संघर्ष पूर्ण रहा है।तीसरे सत्र की अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य रीना बरला ने की।
चौथे सत्र के मुख्य वक्ता पूर्व राज्यसभा सांसद राजा रणविजय सिंह जूदेव ने आत्मनिर्भर भारत विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्मनिर्भर’ शब्द को लेकर असमंजस पैदा करने की कोशिश की गयी।वास्तव में यह शब्द स्वयं स्पष्ट है। हमारा देश कई चीज के लिये हमेशा दूसरे देशों पर निर्भर है। यह स्थिति कितनी प्रतिकूल है, इसका अनुभव हमने कोरोना के दौरान किया। केवल हमने ही नहीं, दुनिया के सभीदेशों ने इस विवशता का अनुभव कोरोना महामारी के कारण किया है।इस विवशता का सामना बार-बार करने की स्थिति दुबारा न आये यह सोचकर हम ‘आत्मनिर्भरता’ की बात कर रहे हैं। हमारी जो जरूरतें हैं,फिर वो अनाज, खाद्यान्न से लेकर रक्षा तक जो भी हैं, उनकी पूर्ति हम
अपने ही उत्पादकों के माध्यम सेकरने का आग्रह रखेंगे। उसके लिये
अधिकाधिक प्रयास करेंगे, यह ‘आत्मनिर्भरता’ का साधारण अर्थ है।चौथे सत्र की अध्यक्षता पूर्व विधायक शिवशंकर साय पैंकरा ने की।पांचवे सत्र के मुख्य वक्ता प्रांतीय सदस्य प्रशिक्षण विभाग अनिल केसरवानी ने भारत वैश्विक परिदृश्य विषय पर प्रकाश डाला।
पांचवे सत्र की अध्यक्षता गोविंद राम भगत ने की।छठवें सत्र के मुख्य वक्ता प्रदेश भाजपा के मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने भारत का बढ़ता सुरक्षा सामर्थ्य विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज पूरेविश्व मेंभारत की छवि एक सजग, सुदृढ़ एवं शक्ति संपन्न
देश केरूप मेंबनी हैजो अपने हितों की रक्षा कर सकता है। अब भारत को ‘सॉफ्ट स्टेट’ कह कर वैश्विक मंचों पर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। सुरक्षा सामर्थ्य को सशक्त कर आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा किया जा रहा है।छठवें सत्र की अध्यक्षता किसान मोर्चा के अध्यक्ष मुनेश्वर सिंह केसर ने की।दूसरे दिन के अंतिम सत्र में मुख्य वक्ता प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नरेश नंदे ने मीडिया के व्यवहार एवं उनके उपयोग के विषय पर प्रकाश डाला।सातवें सत्र की अध्यक्षता पूर्व डीडीसी उमा देवी ने की।