Jashpur
*जिले में भ्रष्टाचारियो को अभयदान,जांच में पुष्टि होने के बाद भी नहीं हो रही है कार्रवाई,ग्राम पंचायत कामारिमा में नाबालिगों से मनरेगा में मजदूरी कराए जाने और लाखों रुपये के घोटाला के मामले में क्यो बेबस है प्रशासन? ………भ्रष्टाचार का अनोखा मामला और प्रशासन की बेबसी पर ग्राउंड जीरो ई न्यूज की यह विशेष रिपोर्ट*
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2 years agoon
जशपुर/सन्ना। भ्रष्टाचार के मामले में जिला प्रशासन भले ही जीरो टॉलरेंस का दावा करती हो,लेकिन इसकी जमीनी हकीकत क्या है? इसे बगीचा जनपद के ग्राम पंचायत कामारिमा में नाबालिगों के नाम पर किए गए फर्जीवाड़ा के मामले जांच रिपोर्ट में इस घोटाले की पुष्टि होने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे नाराज,ग्रामीणों ने नवपदस्थ कलेक्टर डॉ रवि मित्तल से गुहार लगाई है।
जानकारी के लिए बता दें कि लगभग दो वर्ष पहले ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के कर्मचारी और पदाधिकारियों पर नाबालिक बच्चों के नाम मनरेगा में जॉब कार्ड बना कर फर्जी हाजरी और फर्जी बिल लगा कर,35 लाख का घोटाला उजागर हुआ था। उस मामले को लेकर ग्राम सभा में भी काफी विवाद हुआ था। ग्रामीणों ने इस मामले शिकायत कलेक्टर सहित जिले के आलाधिकारियों से की थी। मामले को तूल पकड़ता देख कर जिला प्रशासन ने इस बहु चर्चित मामले की जांच के लिए टीम गठित की थी। लगभग एक साल तक चली जांच के बाद,जांच टीम ने ग्रामीणों के आरोप सही पाया और इंजीनियर,एसडीओ, सरपंच-सचिव समेत छः के विरुद्ध जिला पंचायत सीईओ ने नोटिस थमा कर 15 दिन के भीतर जवाब मांगा।जिसमें इन पर लगभग 18 लाख घोटाला साबित भी हुआ। इस जवाब तलबी के महीनों बीत जाने के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नही हुई है।जिसे लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।वहीं अब इस मामले में कामारिमा ग्राम पंचायत के ही नरेश यादव,बासुदेव, प्रकाश राम वगैरा ग्रामीणों का कहना है कि उनके द्वारा इस मामले में उच्च अधिकारियों को अनेकों बार अवगत कराया जा चुका है।वहीं मामले में ग्रामीणों के द्वारा धरना आंदोलन तक किया जा चुका है परन्तु उसके बाद भी इन घोटालेबाजों को शह देंते हुए इन पर कार्रवाई ना करना भी उच्च अधिकारियों की मिलीभगत दर्शाता है। ग्रामीणों ने यहां तक कहा की अब अगर इन घोटालेबाजों पर शासन प्रशासन कार्यवाही नही करती है तो उनके द्वारा मामले में उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसका पूर्ण जिम्मेदार खुद प्रशासन होगा।