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*देखिए सरपंच पति और जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष की दबंगई और भ्रष्ट कारनामा,पहले सरकारी धन से खुदवाया तालाब,फिर उसमें कब्जा कर बो दिया धान,दबंगई के सामने पस्त हुए जिम्मेदार अधिकारी, कार्रवाई के नाम पर कर रहे है बहानेबाजी….*

जशपुरनगर:- वैसे तो जशपुर जिले का बगीचा ब्लाक आये दिन यहां की समस्या और भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। लेकिन,हम जो मामला आज उजागर करने जा रहे हैं उसे पढ़ कर आप भी दांतो तले उंगलियां दबा कर कहने के लिए मजबूर हो जाएंगे,ऐसा भी होता है? मामला जनपद पंचायत बगीचा के ग्राम पंचायत हर्राडीपा का है। इस पंचायत में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत 11 लाख रुपये की लागत से इसी साल एक तालाब का निर्माण कराया गया था। आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि इन दिनों इस तालाब में धान की फसल लहलहा रही है। ऐसा नहीं है कि सूखे के कारण इस तालाब में पानी नहीं है। मामले को लेकर मनरेगा के लोकायुक्त से की गई शिकायत में तालाब निर्माण में व्यापक पैमाने में गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। बताया जा रहा है कि तय मापदंड के अनुरुप तालाब की गहराई ही नहीं है। इसी कारण तालाब को खेत बनाया जा सका है। अब देखना यह होगा कि मनरेगा के तालाब में उगे इस धान की फसल को सरकार समर्थन मूल्य में खरीदती है या नहीं?

संदेह के घेरे में जनपद पंचायत

हर्राडीपा में निर्मित इस विवादित तालाब के मामले में जनपद पंचायत बगीचा की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़ा किया जा रहा है। इस मामले में ग्राउंड जीरो ई न्यूज ने यहां के सीईओ विनोद सिंह से चर्चा की तो उनका कहना था कि मामला जमीन से जुड़ा हुआ है,इसलिए इसकी जांच तहसीलदार करेंगे। लेकिन,सीईओ साहब,तालाब निर्माण की स्वीकृति से पहले क्या आपने जमीन का नक्शा,खसरा,बी वन के साथ पंचायत का प्रस्ताव नहीं लिया था? क्या बिना तकनीकी स्वीकृति के ही तालाब निर्माण करा दिया गया है? क्या बिना मापजोख किए ही तालाब निर्माण करा दिया गया है? और सबसे बड़ा सवाल जब इस खेतनुमा तालाब का निर्माण किया जा रहा था तो जनपद पंचायत के जिम्मेदार इंजीनियर कहाँ थे? क्या निर्माण कार्य मे गड़बड़ी की जांच भी राजस्व विभाग करेगा?

विवादित रहे हैं दीवान प्रदीप नारायण

अब जरा इस तालाब को खेत बना कर धान उगाने का कारनामा करने वाले दीवान प्रदीप नारायण के बारे में भी जान लीजिए। अक्सर,विवाद और सुर्खियों में रहने वाले प्रदीप नारायण जनपद पंचायत बगीचा के पूर्व अध्यक्ष है। इनकी पत्नी श्रीमती संगीता सिंह,वर्तमान में ग्राम पंचायत हर्राडीपा की सरपंच है। आपको बता दें कि प्रदीप नारायण 2018 के विधानसभा चुनाव में भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरे थे। इसमे उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था।

वर्जन

इस जमीन पर मेरे पूर्वजो का कब्जा रहा है। मैंने सार्वजनिक हित के लिए इसमे तालाब निर्माण की स्वीकृति दी थी। इस बार अल्प वर्षा की स्थिति को देखते हुए मैंने तालाब में धान बोया है। इसमे कब्जा करने का मेरा कोई इरादा नही है।
दीवान प्रदीप नारायण,पूर्व अध्यक्ष,जनपद पंचायत,बगीचा।

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