Jashpur
*आज के अखबारों में सुर्खियाँ बनी यह खबर…ऐसा प्राचार्य जिसके खिलाफ क्षेत्र के जनप्रतिधियों के अलावा सैकड़ों ग्रामीणों ने खोल दिया मोर्चा और पहुंच गये जिला मुख्यालय…शिक्षा विभाग में रसूखदारों के दबाव के वजह कार्यवाही के नाम पर हो जाती है लीपापोती*
Published
3 years agoon
By
Rakesh Gupta
जशपुर(राकेश गुप्ता):- इन दिनों जशपुर जिला भर्राशाही को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रही है।जहां आये दिन अधिकारी कर्मचारियों पर तानाशाही रवैये को लेकर ग्रामीणों की शिकायतें सामने आ रही है।वहीं जिले के अखबारों में आज सुर्खियां बटोरने वाली ताजा खबर यह है कि कुनकुरी ब्लाक के ग्राम पंचायत कोरवाबहरी शासकीय हाई स्कूल के प्रचार्य राजीव अम्बष्ठ के ऊपर स्कूली बच्चे, जनप्रतिनिधि के अलावा ग्रामीणों से दुर्व्यवहार करने का गम्भीर आरोप लगाते हुए क्षेत्र के लोगों ने मोर्चा खोला दिया है।जहां बीते दिन कुनकुरी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के अलावा तीन पिकअप में भरकर जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने जिला शिक्षाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर,प्राचार्य राजीव अंबस्थ को तत्काल हटाने की मांग की है।वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी डीईओ जितेन्द्र प्रसाद ने मामले की जांच के बाद ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा दिया है।
ग्रामीणों के साथ शिकायत करने पहुंचे कोरवाबहरी पंचायत के पूर्व सरपंच वीर सिंह ने बताया कि पंचायत कोरवाबहरी में स्थित शासकीय हाई स्कूल में शिक्षकों के आपसी खींचतान की वजह से अव्यवस्था की स्थिति बनी हुई है। स्थानीय अधिकारियों का ध्यान कई बार इस ओर आकर्षित कराया गया है। लेकिन अब तक व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कोई पहल नहीं की गई है।
वहीं ग्रामीणों के साथ डीईओ कार्यालय पहुंचे जनपद सदस्य गाडफ्रिड खलखों ने बताया कि यहां पदस्थ प्राचार्य राजीव अंबस्थ स्थाीनय लोगों से अक्सर दुर्व्यवहार करते हैं।जिससे लोगों के साथ स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों में भी नाराजगी व्याप्त है।जिसे तत्काल हटा देना चाहिये।
पंचायत की पूर्व पंच श्रीमती सुलोचनी ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर बीते साल 15 नवंबर को गांव में एक बैठक का भी आयोजन किया गया था। इस बैठक में सर्वसम्मति से शिक्षक राजीव अंबस्थ को स्थानांतरित किए जाने की मांग करने का निर्णय लिया था।
वहीं जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचें महिलाओं ने भी प्राचार्य के रूख पर भारी नाराजगी जाहिर किया है।
इस पूरे मामले में जिला शिक्षाधिकारी जितेन्द्र प्रसाद का कहना है कि ग्रामीणों की शिकायत मिली है। शिकायत की जांच की सहायक संचालक श्रीमती सरोज खलखो को जिम्मेदारी दी गई है। मामले में प्राचार्य राजीव अंबस्थ के साथ संस्था में पदस्थ शिक्षक सहित कार्यालयीन स्टाफ का बयान लिया जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होनें यह भी बताया कि राजीव अंबस्थ का मूल पद व्याख्याता का है और वे प्राचार्य के प्रभार में हैं। ऐसे में उन्हें हटाने का अधिकार शिक्षा विभाग के संचालक को है। वे इस संबंध में सिर्फ कार्रवाई की अनुशंसा कर सकते हैं।
बहरहाल जनप्रतिनिधियों के अलावा ग्रामीणों की प्राचार्य को लेकर हुए इस शिकायत पर प्रशासन क्या कदम उठाता है यह तो आने वाला समय ही बता पायेगा..?