Jashpur
*बिग ब्रेकिंग jashpur :- ब्लॉक क़े नए संकुलों को मिली राशि 8 लाख डकार गए बीईओ, बीआरसीसी और लेखपाल……संकुल प्रभारी मिले पूर्व मंत्री गणेश राम भगत से मामले पर कार्यवाही करवाने का किया निवेदन………श्री भगत ने ज्वाइंट डायरेक्टर से की बात कहा तत्काल एफआईआर दर्ज हो अन्यथा उतरेंगे सड़कों पर………पढ़िए क्या है मामला*
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2 years agoon
जशपुरनगर-: जशपुर जिले क़े अधिकारियों में भ्रष्टाचार का रंग ऐसे चढ़ा है कि नियम क़ानून और अधिकारियों क़े निर्देश क़े विरुद्ध मनमानी ढंग से शासकीय राशि अपने अधीनस्थ से नगद लेकर हजम कर गए. मामला जशपुर जिले क़े बगीचा विकासखंड का है। बगीचा विकासखंड में समग्र शिक्षा अंतर्गत संकुल को खाते में मिली ऑनलाइन राशि को पीएफएमएस खाते समर्पित करने के बजाय संकुल समन्वयक से नगद आहरित करा कर बीईओ, बीआरसी और बीआरसी के लेखपाल डकार गए। संकुल समन्वयक अभी तक सामान के लिए ब्लॉक के अपने अधिकारी का मुंह ताक रहे है जबकि किसी भी प्रकार से राशि का नगद आहरण न करके उसे पीएफएमएस खाते में समर्पित करना था ।परंतु ब्लॉक क़े अधिकारी नए संकुल समन्वयकों पर रौब जमाते हुए नगद निकलवा लिए और बीईओ, बीआरसीसी और लेखपाल तीनों मिलकर संकुल समन्वयकों को ठग करके नगद ले लिया। और सामान देने क़े नाम पर नए संकुल समन्वयकों से ठगी करके पूरा 8 लाख हड़प गए। ज्ञात हो की संकुलों को समग्र शिक्षा के तहत अनुदान समेत कई मद की राशि मिली जिसे उनके द्वारा खर्च किया जाना था लेकिन अचानक पीएफएमएस लागू होने के कारण राशि को समग्र शिक्षा शासन के खाते में समर्पित किया जाना था परंतु संकुल समन्वयको ने ऐसा न कर नगद राशि निकाल कर बीईओ, बीआरसी और बीआरसी के लेखपाल के मांगने पर उन्हें चालीस चालीस हजार कुल आठ लाख रुपये नगद सौंप दिया। जबकि किसी भी प्रकार का भुगतान चेक के माध्यम से सामग्री प्राप्त होने, सामग्री के भौतिक सत्यपान अथवा कार्य पूर्ण होने के पश्चात् चेक के माध्यम से फर्म को दिया जाता है। परंतु यहाँ बीआरसी और बीआरसी के लेखापाल ने नए संकुल समन्वयको पर दबाव बना कर राशि आहरण करा लिया। और अभी तक उसके एवज में कोई भी सामग्री नहीं दी गईं ना काम कराया और पूरी राशि चालीस हजार बाँट कर हजम कर दिया है। मामला विकास खंड के भट्ठीकोना, पसिया, दुर्गापारा, घुघरी, बगडोल, सरईपानी, मरोल, छिछली’ बेडेकोना, हर्राडीपां, बलादरपाठ, बहोरा साहीडांड़, बच्छरांच, सांहीडांड, कोपा, सरधापाठ, तेन्दपाठ, भादू, लरंगा टांगरडीड, कामारिमा, दनगरी, मूढ़ी, सोनगेरसा नवीन गठित संकुल केन्द्रों का है . उक्त संकुल केन्द्र के मान उपरोक्त सभी को शासन के द्वारा रूपये 40000.00 प्रति संकुल से शासन से राशि अंतरित की गयी थी.जिसे नियमानुसार समय – सीमा पर उक्त किसी भी संकुल के द्वारा समय – सीमा में राशि व्यय करना था। कलेक्टर एवं जिला शिक्षा मिशन के पत्र के नाम राशि विकास में खर्च किया जाना था । लेकिन इसके विपरीत राशि व्यय नहीं की गईं पत्र क्रमांक / 945 / दिनांक 03.12.2021 एवं पत्र क्रमांक / 964 / दिनांक 06.12.2021 द्वारा पी . एफ . एम . एस . अंतर्गत समग्र शिक्षा के तहत संचालित समस्त पुराने खाते की राशि को सिंगल नोडल ऐजेन्सी के खाते में वापस करते हुए खाता बंद करने के निर्देश प्राप्त हुये थे ।
उक्त निर्देश के तहत मैंनेजिंग डायरेक्टर , समग्र शिक्षा रायपुर RTGS के माध्यम से वापस किया जाना था लेकिन शासन के निर्देश के , बी.आर.सी. एवं लेखापाल के द्वारा सभी शैक्षिक समन्वयकों पर पैसे को नगद आहरण कर कार्यालय में देने का लगातार दबाव बनाया गया । अत्यधिक दबाव में आकर 22 शैक्षिक समन्वयकों द्वारा पूरी राशि आहरित कर , बी.आर.सी. एवं लेखापाल के पास जमा किया गया ।और इन तीनों ने मिलकर पूरी राशि को हजम कर लिया है । जबकि 03 शैक्षिक समन्वकों ने राशि शासन के खाते में RTGS कर वापस कर दिया । जांच में सारी सच्चाई स्वयं सामने आ जायेगी ।
इस सबन्ध में शिकायत प्राप्त होने के बाद ज्वाइंट डायरेक्टर ने जांच कर रिपोर्ट तैयार किया है किंतु उंसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होने पर संकुल प्रभारी पूर्व मंत्री गणेश राम भगत से मिलकर मामले को विस्तार से बताया ,जानकारी मिलने पर श्री भगत ने तत्काल ज्वाइंट डायरेक्टर से दूरभाष पर चर्चा की और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल शासकीय राशि के गबन का मामला थाने में दर्ज कराने को कहा श्री भगत ने यह भी कहा कि यदि दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज नहीं कराया गया तो जनजातिय सुरक्षा मंच सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरेगा ।बहरहाल देखना यह है की भ्रस्टाचार के इस मामले में जिला प्रशासन एफआईआर दर्ज कराता है या जिला चिकित्सालय के 12 करोड़ के भ्रस्टाचार एवम दूसरे मामलों की तरह इस मामले को भी लीपापोती करता है।